Lucknow Me Ghumne Ki Jagah: लखनऊ उत्तरप्रदेश राज्य की प्रशासनिक राजधानी के नाम से पुरे भारत में फेमस हैं। यह शहर अपनी तहजीब और मेहमान नवाजी के लिए पूरी दुनिया में विख्यात हैं।
इसकी खासियत की बात करें तो लखनऊ भारत के सबसे तेजी से विकसित होने वाले शहरों में से एक है। देश के किसी भी अन्य शहर के मुकाबले सबसे ज्यादा शिया मुस्लिम यहां रहते हैं। यह भारत का एक मात्र ऐसा शहर हैं जहां पर सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। एक सर्वे के अनुसार, लखनऊ भारत का दुसरा सबसे ज्यादा खुश रहने वाला शहर हैं। लखनऊ में ही तो आप वेलकम के जगह मुस्कुराइए की आप लखनऊ में हैं, लिखा देख सकते हैं।
गोमती नदी के तट पर बसे लखनऊ को स्वर्ग नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं। लखनऊ का पुराना नाम लक्ष्मणपुर था जो कि भगवान राम ने भाई लक्ष्मण को यह उपहार में दिया था। बाद में, 18 वी सदी में जब इसे अवध के राजधानी के रुप में नवाबों के द्वारा चुना गया तब इसका नाम बदलकर लखनऊ रखा गया। समुंद्र तट से 123 मी की उंचाई पर लखनऊ अपने नवाबी युग की सुंदरता और अद्भुत भजन के लिए भी फेमस हैं।
इसके अलावा यहां पर घूमने के लिए बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, हुसैनाबाद ब्लॉक टावर, चंद्रिका देवी टेंपल, लखनऊ जू और मैरिन ड्राइव हैं तो आईए जानते हैं Lucknow me ghumne ki jagah के बारे में।
Lucknow me ghumne ki jagah
अगर आप यूपी की राजधानी लखनऊ आते हैं तो Lucknow me ghumne ki jagah में आपकों बताते हैं 8 बेस्ट जगह। जहां आप घूम सकते है और मौज-मस्ती कर सकते हैं।
1. बड़ा इमामबाड़ा: Bada Imambara

लखनऊ में स्थित बड़ा इमामबाड़ा जिसे आसफी़ इमामबाड़ा के नाम से भी जाना जाता हैं। यह एक ऐतिहासिक स्मारक हैं जिसे लखनऊ के प्रमुख ऐतिहासिक स्थानों में गिना जाता हैं। इसका निर्माण 1784 में अवध के नवाब आसफ़-उद-दौला द्वारा कराया गया था। इसको तैयार करने में 14 साल लगा था।
यह एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा हॉल माना जाता हैं, इसके अंदर एक बड़ी सी असफी़ मस्जिद, दुनिया भर में मशहूर भूल भुलैया और एक शाही बावली इत्यादि शामिल हैं। बड़ा इमामबाड़ा देखने में बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक हैं। इसमें आप सुबह से शाम तक कभी भी आ सकते है और एक्सप्लोर कर सकते हैं।
2. छोटा इमामबाड़ा: Chota Imambara

छोटा इमामबाड़ा को इमामबाड़ा हुसैनाबाद मुबारक के नाम से भी जाना जाता हैं। इसका निर्माण 1838 में अवध के प्रसिद्ध नवाबों में से एक मुहम्मद अली शाह द्वारा किया गया था। इस इमामबाड़ा का निर्माण शिया समुदाय के भक्तों के लिए किया गया था लेकिन आगे चलकर यह नवाबों के माताओं के समाधि बनाने के लिए काम आया।
इस इमामबाड़ा को रोशनी का महल भी कहा जाता हैं क्योंकि इसके आंतरिक भाग को कई तरह के झूमर और क्रिस्टल लैंपो से सजाया गया और बाहरी भाग में इस्लामी सुलेख के तत्व हैं जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। यहां पर हर साल लाखों लोग इसकी खूबसूरती को देखने के लिए आते हैं। आप यहां सुबह से शाम तक घूम सकते हैं।
3. रूमी दरवाजा: Rumi Darwaza

रूमी दरवाजा बड़ा इमामबाड़ा और छोटा इमामबाड़ा के बीच बना हुआ एक भव्य प्रवेश द्वार है जो 1784 में नवाब आसफ -उद-दौला के द्वारा बनवाया गया था। यह द्वार काफी भव्य और खूबसूरत हैं, इसे आप 24 घंटे में कभी भी आ कर देख सकते हैं। इस द्वार में प्रवेश करने का कोई शुल्क नहीं लगता हैं।
रूमी दरवाजा अपने खास कलाकृति के लिए फेमस हैं इसकी खासियत यह हैं कि यह बिना लकड़ी और लोहे का बना हुआ हैं।
4. हुसैनाबाद घंटाघर या हुसैनाबाद ब्लॉक टावर

रूमी दरवाजा से थोडी दूरी पर हुसैनाबाद घंटाघर लखनऊ का एक विरासत स्मारक हैं। इस स्मारक की ऊंचाई 221 फिट हैं। इस टावर को लंदन के टावर की तर्ज पर बनाया गया हैं इसे 1881 में हुसैनाबाद ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया था। आज यह हमारे देश का सबसे ऊंचा ब्लॉक टॉवर के नाम से प्रसिद्ध है। आप इसे कभी भी देख सकते हैं और प्रवेश बिल्कुल निशुल्क है।
5. चंद्रिका देवी टेंपल: Chandrika Devi Mandir

चंद्रिका देवी मंदिर हिन्दुओं का धार्मिक मंदिर हैं जहां मां दुर्गा का चंडी रूप स्थापित हैं। यह मंदिर गोमती नदी के किनारे पर स्थित है, 300 वर्ष पुराना हैं। इस मंदिर में मां दुर्गा के रुप मां चंडी की पूजा तीन सिरों वाले पत्थर के रुप में की जाती हैं। इस मंदिर के अंदर में एक झील हैं जिसमे भगवान शिव का मूर्ति विराजमान हैं।
यहां लोग हमेशा आते-जाते रहते हैं लेकिन नवरात्रि के समय श्रद्धालुओं की बहुत ही अधिक भीड होती है ऐसे में माता के दर्शन करना मुश्किल हो जाता हैं। यह मंदिर दिन में दो बार खुलता है सुबह 5 बजे खुलता है और शाम 1 बजे बंद हो जाता हैं फिर दोपहर में 2 बजे खुलता है और रात में 11 बजे बंद होता हैं यहां आने का कोई प्रवेश शुल्क नही लगता हैं।
6. लखनऊ जू: Lucknow Zoo

Lucknow me ghumne ki jagah में लखनऊ जू फेमस जगहों में से एक हैं। अगर आप वन्य जीव प्रेमी हैं, लखनऊ आए और लखनऊ का चिड़ियाघर ( Lucknow Zoo ) नही देखा तो फिर आपकी ट्रिप अधूरी रह जाएंगी।
इस चिड़ियाघर को 1921 में वेल्स के राजकुमार की यात्रा के याद में बनवाया गया था इस चिड़ियाघर को पहले वेल्स के राजकुमार के नाम से भी जाना जाता था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर लखनऊ जू रख दिया गया। इस चिड़ियाघर में आप रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, हॉर्नबिल, गोल्डन तीतर और सिल्वर तीतर के आलावा और कई आकर्षक पक्षियों और जानवरों तथा उनके आवासों को देख सकते है। इसके साथ ही, आप इसमें हाथी और रेलगाड़ी की सवारी, झील में पैडल वोटिंग का आनंद उठा सकते हैं।
7. लखनऊ लुलु मॉल: Lucknow Lulu Mall

लखनऊ का Lulu Mall देश के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल में से एक हैं। लुलु मॉल का निर्माण लुलु ग्रुप द्वारा करवाया गया है। यह मॉल 2.2 मिलियन वर्ग फुट में स्थित हैं। इस मॉल में आपकों सबसे बड़े ब्रांड के शोरूम मिल जायेंगे। अगर आप लखनऊ घूमने जा रहे हैं तो लुलु मॉल को जरुर देखने जाएं।
8. जनेश्वर मिश्र पार्क: Janeshwar Mishra Park Lucknow

जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ के गोमतीनगर में हैं यह करीबन 376 एकड़ में फैला हुआ हैं। इस पार्क में लोग दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं और बोटिंग, नृत्य-मंच, फुटबॉल, टेनिस कोर्ट, साइकल ट्रैक, जॉगिंग ट्रैक इत्यादि का आनंद उठाते हैं। इस पार्क को तैयार करने में तकरीबन 276,026.668 डॉलर का खर्च आया था। इस पार्क में सेल्फी प्वाइंट, डिजिटल चीजों का इस्तेमाल करके बनाया हुआ एक कहानी घर हैं जो लोगों को बहुत पसंद आता हैं।
हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल से आपको Lucknow me ghumne ki jagah के बारे में जानकारी मिल गई होगी, इसे अपने दोस्तो के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी Lucknow me ghumne ki jagah के बारे में जानकारी मिल सके।
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FAQs:
1. चंद्रिका देवी मंदिर खुलने का समय क्या है?
चंद्रिका देवी मंदिर सुबह 5 बजे से शाम 1 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से रात 11 बजे तक खुला हुआ रहता है।
2. लखनऊ जू की विशेषता क्या है?
लखनऊ जू में आप कई आकर्षक पक्षियों और जानवरों तथा उनके आवासों को देख सकते हैं, साथ ही रेलगाड़ी और हाथी की सवारी का आनंद उठा सकते हैं।
3. हुसैनाबाद घंटाघर या हुसैनाबाद ब्लॉक टावर की उंचाई कितनी हैं?
हुसैनाबाद घंटाघर जिसे ब्लॉक टॉवर के नाम से भी जाना जाता हैं, इसकी ऊंचाई 221 फीट हैं।